उसके करम1 की बात न पूछो वो सबके होले है
इक दरवाजा बंद, अगर हो सौ दरवाजे खोले हैं उसकी वाणी लहरों में है, झरनों में हैं उसके बोल
उसके ध्यान में डूबके देखो, कानों में रस घोले है
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